+

Tharad Jain Samaj: अंजनशलाका विवाद, किस महाराज साहब को कहा गया था आतंकवादी? जानिए विवाद की पूरी कहानी…

राजस्थान (डिजिटल डेस्क)। Tharad Jain Samaj: ”न भूतो न भविष्यति” जैसी घटनाओं ने जैन समाज (Tharad Jain Samaj) को झकझोर कर रख दिया है। बनासकांठ जिले के थराद में जैन महाराज साहब अपने अनुयायियों के साथ भ्रमण कर रहे थे, उस समय हुई घटना ने समाज को शर्मसार कर दिया है। अहिंसा में विश्वास रखने […]

राजस्थान (डिजिटल डेस्क)। Tharad Jain Samaj: ”न भूतो न भविष्यति” जैसी घटनाओं ने जैन समाज (Tharad Jain Samaj) को झकझोर कर रख दिया है। बनासकांठ जिले के थराद में जैन महाराज साहब अपने अनुयायियों के साथ भ्रमण कर रहे थे, उस समय हुई घटना ने समाज को शर्मसार कर दिया है। अहिंसा में विश्वास रखने वाले जैन समाज के कुछ तत्वों ने प्रभुत्व स्थापित करने के लिए सीमा लांघी। कुछ तत्वों ने पूर्व नियोजित साजिश रच कर पूरी घटना को अंजाम दिया। क्या है पूरी घटना पढ़ें इस रिपोर्ट में।

विवाद यहाँ से हुआ शुरू

थराद से 14 किमी की दूरी पर एक गांव देरासर में एक नवीकरण (Tharad Jain Samaj) कार्यक्रम था। पिछले 22 फरवरी को तिथि और त्रिस्तुतिक दोनों के बीच इस बात को लेकर विवाद हो गया कि महाराज साहब भगवान महावीर स्वामी की प्रतिमा का अंजनशलाका कौन करेंगे। अंजनशलाका सहित कार्यक्रम समाप्त होने के बाद भी इस विवाद को नहीं भूले और इसके बाद इस घटना को अंजाम दिया। ये पूरी साजिश पूर्व में ही नियोजित कर ली गयी थी। जिसने पूरे जैन समाज को शर्मसार कर दिया है।

Tharad Jain Samaj

भगवान महावीर अहिंसा के जीवंत प्रतीक

जैन धर्म अहिंसा के मार्ग पर चलना सिखाता है। महावीर स्वामी (Tharad Jain Samaj) इस धर्म के 24वें तीर्थंकर थे और आदेश्वर भगवान को पहला तीर्थंकर माना जाता है। लगभग 2600 वर्ष पूर्व जन्मे भगवान महावीर स्वामी अहिंसा के जीवंत प्रतीक थे। जैन धर्म के 5 अनुराथ सत्य, अहिंसा, अपरिग्रह, अस्तेय और ब्रह्मचर्य हैं। उन्हीं के नाम पर हुए इस विवाद पर अब कई तरह से सवालिया निशान लग रहे हैं। सिर्फ प्रभुत्व की लड़ाई में बाकी पूरे धर्म और उसकी भावनाओं पर ताक पर रख दिया गया।

विवाद क्यों?

थराद के पास जेतड़ा गांव को 45 साल पहले देरासर (Tharad Jain Samaj) के नाम से बसाया गया था। वास्तु के कारण देरासर का जीर्णोद्धार किया गया। जेतदा गांव में ऐसे परिवार हैं जो बे तिथि और त्रिस्तुतिक (त्रिस्तुतिक जैन संघ) दोनों संघों को मानते हैं। देरासर के जीर्णोद्धार के बाद, बे तिथि गाछ के कीर्तियशसूरीश्वरजी महाराज साहब को भगवान महावीर स्वामी की 2500 वर्ष पुरानी प्रतिमा पर अंजनशलाका करने के लिए आमंत्रित किया गया था। 22 फरवरी को होने वाले कार्यक्रम से पहले दोनों गुटों के बीच सोशल मीडिया और पोस्टर वॉर छिड़ गया। मामला थराद पुलिस थाने तक पहुंच गया। इस विवाद के कारण, थराद पुलिस को जेतरा गांव में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए पुलिस व्यवस्था करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

Tharad Jain Samaj

महाराज साहब को कहा “आतंकवादी”

जेतड़ा गांव में जेतड़ा देरासर के जीर्णोद्धार (Tharad Jain Samaj) के बाद कीर्तियशसूरीश्वरजी द्वारा भगवान महावीर स्वामी की 2500 वर्ष पुरानी प्रतिमा को प्रतिष्ठित किया गया। (कीर्तियश सूरि स्वरजी) भ्रमण करते हुए थराद पहुंचे। चूँकि थराद गाँव में त्रिस्तुतिक गच्छ की बहुलता है, इसलिए थराद पुलिस ने सुरक्षा की व्यवस्था की थी। हालाँकि, जब जैन समुदाय के कुछ तत्व पूर्व नियोजित साजिश रचकर महाराज साहेब विहार के लिए निकले, तो एक बड़ी भीड़ ने उन्हें घेर लिया और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उन्हें हुरियो कहा। महाराज साहब ने निम्नलिखित शब्दों का प्रयोग किया, ”आतंकवादी सफेद कपड़े पहनकर भाग गये।” इसके अलावा भीड़ ने कभी भी थराद न आने की धमकी दी।

भीड़ हिंसक हो गई और पुलिस को करना पड़ा हल्का लाठीचार्ज 

कीर्तियशसूरीश्वरजी म.सा. चूँकि उनके अनुयायियों (Tharad Jain Samaj) पर हिंसक हमले की आशंका थी, इसलिए पुलिस लाठियाँ लेकर तैनात रही। एक मौके पर कुछ तत्वों ने भीड़ को उकसाते हुए पहले पुलिस को निशाना बनाने की कोशिश की। कुछ तत्वों को पुलिस के साथ हाथापाई करते हुए हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा। मामला अभी तक पुलिस रजिस्टर तक नहीं पहुंचा है।

दोनों यूनियनों के बीच विवाद आया सामने

जैन धर्म (Tharad Jain Samaj) में तीन भाग होते हैं एक तिथि, दो तिथि और त्रिस्तुतिक। पचास साल पहले एक ही गच्च (संघ) था। जैन संघ में दो तिथियों और त्रिस्तुतिक के बीच विवाद पिछले 15 वर्षों से चल रहा है। विवाद के पीछे की वजह जैन समाज पर हावी होना है। थराद में हुई बैठक में बे तिथि को दीमक कहने और संपूर्ण बे तिथि समाज का बहिष्कार करने की चर्चा की गई है। अब तक दोनों यूनियनों के बीच का विवाद कभी सार्वजनिक नहीं हुआ था। थराद जैन समाज (थराद जैन समाज) के कुछ तत्वों द्वारा विहार के दौरान महाराज साहब के साथ अभद्र व्यवहार और उसके वायरल वीडियो को लेकर पूरे समाज में चर्चा का विषय बना हुआ है।

यह भी पढ़े: CAA LAW: लोकसभा चुनाव से पहले क्यों CAA लागू करना चाहती है मोदी सरकार? CAA नियमों पर एक पोर्टल तैयार…

OTT INDIA खबरों से रखेगा अपडेट

OTT INDIA देश का नंबर 1 डिजिटल प्लेटफॉर्म है- जो देशवासियो को हर खबर में सबसे आगे रखता है। OTT इंडिया पर पढ़ें नेशनल, इंटरनेशनल, इलेक्शन, बिजनेस, स्पोर्ट्स, एंटरटेनमेंट समेत सभी खबरें। अब हर समाचार आपकी उंगलियों पर, हमारा नवीनतम Android और iOS ऐप डाउनलोड करें। ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमसे सोशल मीडिया पर जुड़ें।

Whatsapp share
facebook twitter