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Parenting Tips: बच्चे का पढ़ाई में नहीं लगता मन? तो अपना ले ये टिप्स

Parenting Tips: बच्चों के शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास में माता-पिता  (Parenting Tips) की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। बच्चे का पहला शिक्षक पेरेंट्स को ही कहा जाता है और बच्चे को जीवन में काबिल इंसान बनाने के लिए व उसके बेहतर भविष्य के लिए पेरेंट्स उन्हें पढ़ाई के लिए मोटिवेट करते है। लेकिन […]

Parenting Tips: बच्चों के शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास में माता-पिता  (Parenting Tips) की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। बच्चे का पहला शिक्षक पेरेंट्स को ही कहा जाता है और बच्चे को जीवन में काबिल इंसान बनाने के लिए व उसके बेहतर भविष्य के लिए पेरेंट्स उन्हें पढ़ाई के लिए मोटिवेट करते है। लेकिन कई बार माता-पिता की अपने बच्चे को लेकर शिकायत रहती है कि काफी ध्यान देने के बाद भी उनके बच्चे का मन पढ़ाई में नहीं लगता और किताबों के नाम पर वह दूर भागने लगता है।

ऐसे में माता-पिता के लिए बच्चे को पढ़ाना व सही शिक्षा देना एक परेशानी का सबब बन जाता है। बार-बार गुस्सा या फिर डांट डपट कर भी पढ़ाना सही नहीं होता क्योंकि इन सब चीजों के बावजूद बच्चे की रूचि पढाई में नहीं बढ़ती। अगर आप भी अपने बच्चे की इस हरकत से परेशान है तो आज हम आपके लिए कुछ ऐसे टिप्स लेकर आए है जिससे आपके बच्चे का मन पढ़ाई में लगने लगेगा।

दूसरी एक्टिविटी के साथ पढ़ाई

बच्चों का मन बहुत नाजुक और चंचल होता है और पढ़ाई को लेकर उन्हें बार बार टोकने व डांटने से उनके दिमाग पर बुरा असर पड़ने लगता है। अगर आप चाहते है कि बच्चे का मन पढ़ाई में लगे तो आप दूसरी एक्टिविटी के साथ बच्चे को पढ़ाने की कोशिश करें। जैसे खेल कूद और ड्राइंग इत्यादि के साथ उन्हें पढ़ाई से जुड़ी सिखाएं। जैसे अगर आपके बच्चे को ड्राइंग पसंद है तो पढ़ाई के शुरूआत में पहले पेंटिंग बनवाएं और फिर धीरे धीरे दूसरे सबजेक्ट उन्हें पढ़ने को दे। इससे बच्चे का इंटरेस्ट बना रहेगा।

पढ़ाई को लेकर दबाव ना बनाएं

कई बार माता पिता बच्चो को पढ़ाने के लिए उन पर दबाव बनाने लगते है जोकि गलत बात है। क्यों कि किसी भी काम को समझाने के लिए और उन पर दबाव डालने में फर्क होता है। आप अपने बच्चे को पढ़ाई के लिए मोटिवेट करे ना कि उन पर दबाव डाले। इससे बच्चे के दिमाग पर बुरा असर पड़ सकता है। फिर बच्चा पढ़ाई को समझने की जगह उसे एक बोझ की तरह लेने लगेगा और खुद पर प्रेशर फिल करेंगा। इन सब से अच्छा आप अपने बच्चे को हंसते-खेलते हुए पढ़ाने की कोशिश करें।

डेली पढ़ने का रूटीन

छोटे बच्चे को डेली रूटीन का तय होना काफी जरूरी होता है। डेली रूटीन की वजह से ही बच्चा अनुशासन में रहना सीखता है। जैसे सुबह उठने से लेकर खाने,खेलने का रूटीन होता है वैसे ही पढ़ने का रूटीन भी तय करे और पढ़ने के लिए बच्चे को प्रो​त्साहित करे। उनके लिए हर दिन एक टाइम टेबल चार्ट बनाएं जिसमें डेली के काम हो और साथ ही पढ़ाई भी शामिल हो।

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