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Murder in Ajmer : ख्वाजा की नगरी में मौलाना की हत्या, बदमाशों ने पीट पीटकर ले ली जान, बदमाशों की तलाश में जुटी पुलिस

Murder in Ajmer : अजमेर। मुसलमानों की आस्था के केंद्र मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के लिए विश्व में प्रसिद्ध अजमेर के रामगंज थाना इलाके के कंचन नगर खानपुरा इलाके की मस्जिद में एक मौलाना की अज्ञात बदमाशों ने हत्या कर दी। अनजान बदमाशों मस्जिद में बच्चों के साथ सो रहे मौलाना पर लाठियों से ताबड़तोड़ […]

Murder in Ajmer : अजमेर। मुसलमानों की आस्था के केंद्र मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के लिए विश्व में प्रसिद्ध अजमेर के रामगंज थाना इलाके के कंचन नगर खानपुरा इलाके की मस्जिद में एक मौलाना की अज्ञात बदमाशों ने हत्या कर दी। अनजान बदमाशों मस्जिद में बच्चों के साथ सो रहे मौलाना पर लाठियों से ताबड़तोड़ हमला किया। जिससे मौलाना की मौके पर ही मौत हो गई । घटना के बाद से क्षेत्रवासियों में आक्रोश है। लोग बदमाशों की तुरंत गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

नकाब पहनकर घुसे मस्जिद में

बदमाशों के बारे में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार तीन बदमाश नकाब पहनकर आधी रात बाद करीब साढ़े तीन बजे मस्जिद में पीछे के रास्ते घुसे थे। बदमाशों ने मौलाना के पास सो रहे बच्चों को उठाया और डरा धमकाकर बाहर भगा दिया। इसके बाद तीनों ने मौलाना की पीट पीटकर हत्या कर दी।

लोगों ने दी पुलिस को सूचना

चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग घटना स्थल पर पहुंचे, लेकिन तब तक बदमाश वहां से फरार हो गए। लोगों ने पुलिस को सूचना देकर मौके पर बुलाया। पुलिस ने मौका मुआयना किया और बदमाशों की तलाश में टीमों को लगाया गया है। थाना प्रभारी ने बताया कि इलाके में पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है और बदमाशों की जल्द ही पहचान कर गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है कि आखिर मौलाना की किसी से राजिश थी या फिर कोई और मामला है। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।

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दो माह पहले ही मस्जिद में मौलाना बने थे मोहम्मद माहिर

मोहम्मद माहिर सात साल पहले मदीना मस्जिद आए थे और वे यहां बच्चों को पढ़ाने का कार्य करते थे। दो माह पहले ही मस्जिद के मौलाना और उनके गुरू का इंतकाल हो गया। ऐसे में माहिर को दो माह पहले ही मस्जिद का नया मौलाना नियुक्त किया गया था। रमजान ने मौलाना अपने गांव गए थे और दो दिन पहले ही गांव से वापस आए थे।

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एफएसएल टीम ने जुटाए साक्ष्य

घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया। टीम ने यहां से साक्ष्य जुटाए। वहीं डॉग स्क्वायड टीम के जरिए पुलिस झाड़ियों में पहुंची। जहां पर दो डंडे मिले हैं। संभवतया मौलाना की हत्या में इनका इस्तेमाल किया गया है। मौलाना का शव राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा।

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