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Meerut Lok Sabha Seat 2024: मेरठ सीट पर सपा ने खेला गुर्जर कार्ड, टिकट पर रार के बाद अतुल प्रधान को बनाया प्रत्याशी

Meerut Lok Sabha Seat 2024: उत्तरप्रदेश की राजनीति में हर दिन कोई ना कोई घटनाक्रम जरूर हो रहा है। रविवार को पीएम मोदी ने मेरठ की धरती से लोकसभा चुनाव 2024 के चुनावी अभियान की शुरुआत की। इसके बाद अब समाजवादी पार्टी ने अब इस सीट पर बड़ा बदलाव किया है। मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से […]

Meerut Lok Sabha Seat 2024: उत्तरप्रदेश की राजनीति में हर दिन कोई ना कोई घटनाक्रम जरूर हो रहा है। रविवार को पीएम मोदी ने मेरठ की धरती से लोकसभा चुनाव 2024 के चुनावी अभियान की शुरुआत की। इसके बाद अब समाजवादी पार्टी ने अब इस सीट पर बड़ा बदलाव किया है। मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से बीजेपी के अरुण गोविल को अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि सपा ने अपना प्रत्याशी बदलते (Meerut Lok Sabha Seat 2024) हुए सरधना विधायक अतुल प्रधान को अपने उम्मीदवार बनाया है। बता दें इस सीट के लिए हस्तिनापुर के पूर्व विधायक योगेश वर्मा भी अपनी दावेदारी जाता रहे थे। लेकिन आखिर सपा ने इस सीट पर गुर्जर कार्ड खेलते हुए सरधना विधायक अतुल प्रधान को टिकट दिया है।

पिछले चुनाव में रहा कांटे का मुकाबला:

मेरठ लोक सभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज़ हो गई है। पिछले चुनाव में इस सीट पर भले ही भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी। लेकिन उनका सपा के उम्मीदवार से मतों का फासला बेहद कम रहा था। 2019 लोकसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी के राजेंद्र अग्रवाल ने 5,86,184 वोट हासिल किये थे। जबकि बसपा के हाजी याक़ूब क़ुरैशी 5,81,455 वोटों के साथ दूसरे नंबर रहे थे। जबकि कांग्रेस के हिस्से में इस सीट पर मात्र 34 हज़ार वोट रहे। ऐसे में एक बार फिर इस सीट पर जीत के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत लगा रखी है।

सपा ने खेला गुर्जर कार्ड:

मेरठ और आस-पास के इलाकों में काफी संख्या में गुर्जर मतदाता भी है। ऐसे में समजवादी पार्टी ने इस सीट पर सरधना के विधायक अतुल प्रधान को चुनावी मैदान में उतारा है। अतुल प्रधान का इस क्षेत्र में काफी प्रभाव माना जाता है। उनको प्रत्याशी बनाकर सपा ने बड़ा दांव खेला है। इस सीट पर मुस्लिम वोटर भी चुनाव परिणाम को काफी हद तक प्रभावित कर सकते है। ऐसे में देखना होगा कि अखिलेश यादव इस सीट से अतुल प्रधान को प्रत्याशी बनाकर कोई उलटफेर करते है या नहीं..?

मेरठ सीट पर कुल वोटर्स:

बता दें उत्तर प्रदेश की सबसे प्रमुख सीटों में मेरठ की सीट की गिनती होती है। मेरठ का सर्राफा व्यवसाय एशिया का सबसे नंबर-1 पर माना जाता है। मेरठ के साथ हापुड़ सीट का कुछ हिस्सा शामिल है। इसमें पांच विधानसभा क्षेत्र शामिल है जो किठौर, मेरठ कैंट, मेरठ शहर, मेरठ दक्षिण और हापुड़ के रूप में है। पिछले चुनाव के मुताबिक मेरठ में कुल वोटरों की संख्या 1964388, इसमें 55.09 फीसदी पुरुष और 44.91 फीसदी महिला वोटर हैं।

मेरठ में सपा को इसलिए बदलना पड़ा प्रत्याशी!

समाजवादी पार्टी के लिए मेरठ की सीट पर प्रत्याशी का चुनाव काफी परेशानी भरा रहा। पिछले कई दिनों से आपसी खींचतान के चलते सपा को इस सीट से अपना प्रत्याशी बदलना पड़ा। सोमवार देर रात सपा ने मेरठ सीट से भानु प्रताप सिंह की जगह अतुल प्रधान को प्रत्याशी बनाया है। इस बार मेरठ का चुनाव त्रिकोणीय हो गया है। यहां भाजपा के अरुण गोविल, बसपा के देवव्रत त्यागी और सपा के अतुल प्रधान के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।

अखिलेश के करीबी है अतुल प्रधान:

सरधना के विधायक अतुल प्रधान ने छात्र राजनीति से सपा के साथ जुड़ाव कर लिया था। उनकी गिनती प्रदेश के तेज़ तर्रार नेताओं में होती है। इस बार उन्होंने सरधना में भाजपा को हराकर विधानसभा का सफर तय किया था। उन्हें अखिलेश यादव का सबसे करीबी नेता माना जाता है। प्रदेश की गुर्जर बाहुल्य सीट पर वो पार्टी के लिए प्रचार भी कर सकते है।

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