+

Lok Sabha Elections 2024- मथुरा में दिख रही मजबूत लडाई, जाटों के ध्रुवीकरण के बाद भी हेमा के हैट्रिक की संभावना

Lok Sabha Elections 2024: मथुरा, उत्तरप्रदेश ।  भगवान श्रीकृष्ण के जन्मस्थल मथुरा में भी इस बार कडी लडाई दिख रही है। यहां कुल 15 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। मथुरा सीट पर भी दूसरे चरण में मतदान होगा । यहां बीजेपी ने सिटिंग सांसद हेमा मालिनी को टिकट दिया है। वहीं, सपा के साथ कांग्रेस […]

Lok Sabha Elections 2024: मथुरा, उत्तरप्रदेश ।  भगवान श्रीकृष्ण के जन्मस्थल मथुरा में भी इस बार कडी लडाई दिख रही है। यहां कुल 15 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। मथुरा सीट पर भी दूसरे चरण में मतदान होगा । यहां बीजेपी ने सिटिंग सांसद हेमा मालिनी को टिकट दिया है। वहीं, सपा के साथ कांग्रेस ने मुकेश धनगर और बहुजन समाज पार्टी ने पूर्व प्रशासनिक अधिकारी सुरेश सिंह को उतारा है। मथुरा में जाट मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। लेकिन फिर भी लोग बाहरी उम्मीदवार को यहां ज्यादा चुनते रहे हैं। ऐसे में समीकरण तो हेमा के पक्ष में ही दिख रहे हैं, लेकिन इस सीट से अब तक कोई भी लगातार तीन बार सांसद नहीं बन पाया है। मथुरा से अटल बिहारी वाजपेयी, नटवर सिंह जैसे दिग्गज भी हार का स्वाद चुके हैं। वहीं यहां से ज्यादातर सांसद जाट समुदाय के ही बने हैं। यानि यहां जाटों का ध्रुवीकरण रोकना बडा चैलेन्ज है।

मथुरा में लंबे समय से राजनीतिक ध्रुवीकरण बडा मुद्दा

मथुरा में जाटों का ध्रुवीकरण बडा मुद्दा रहता है। और मथुरा में लंबे समय से ध्रुवीकरण की राजनीति ही काम करती रही है। जाटों के ध्रुवीकरण को लेकर ही भाजपा-आऱएलडी का गठबंधन बना है। वहीं बसपा भी इसी हथियार से भाजपा को हराना चाह रही है। हेमामालिनी की नैया तो मोदी-योगी ही पार लगा सकते हैं। जहां एक ओर भाजपा की हेमा मालिनी को इस बार राम की लहर का लाभ मिल सकता है। यानि यहां तो मोदी और योगी ही चुनाव लड़ रहे हैं। रालोद से गठबंधन कर भाजपा ने जाटों को इकट्ठा कर ही दिया है। वहीं इस बार हेमा मालिनी तीसरी बार संसद पहुंचने के लिए भरपूर मेहनत भी कर रही हैं।

यह भी पढें- https://www.ottindia.app/lok-sabha-elections-2024-2-former-mlas-8000-party-men-join-bjp/

2014 और 2019 में भी हेमा को मिली थी जीत

2014 में बीजेपी की हेमा मालिनी को 5,74,633 वोट मिले थे। उन्हें 53.29 वोट प्रतिशत मिला। राष्ट्रीय लोक दल के जयंत चौधरी 2,43,890 वोट के साथ दूसरे स्थान पर थे। उन्हें 22.62 वोट प्रतिशत मिला। हेमा ने 3,30,743 वोट के अंतर से जीत दर्ज की थी। वहीं दूसरी बार 2019 में हेमा मालिनी को 2,93,471 वोट के अंतर से जीत मिली थी। उन्हें कुल 6,71,293 वोट मिले थे। उनका वोट शेयर 61 फीसदी था। राष्ट्रीय लोक दल के कुवंर नरेंद्र 3,77,822 वोट के साथ दूसरे स्थान पर थे। उन्हें 34.21 प्रतिशत वोट मिले थे।

इस बार त्रिकोणीय हो सकती है लड़ाई

मथुरा में हेमा मालिनी तीसरी बार संसद जाने के लिए मैदान में हैं, लेकिन लड़ाई इतनी आसान नहीं है। विपक्षी दलों के गठबंधन की तरफ से समाजवादी पार्टी ने मुकेश धनगर को टिकट दिया है और बहुजन समाज पार्टी ने सुरेश सिंह को उतारा है। मथुरा में जाट मतदाता ज्यादा हैं जिन्हें साधने के लिए जाट को उम्मीदवार बनाया गया है। हालांकि हेमा मालिनी भी खुद को जाट बताती हैं। वहीं सपा और बसपा के उम्मीदवारों को भी वोट मिलेगा,इस हिसाब से वोट तीन जगह बंट सकता है । इसलिए इस बात की संभावना है कि हेमा मालिनी की जीत होती है तो भी वोट शेयर कम जरुर होगा। लेकिन लडाई त्रिकोणीय होने के बाद भी हेमा के हैट्रिक की संभावना बहुत ज्यादा है।

Whatsapp share
facebook twitter