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Lok Sabha Election 2024 Congress MLA in Problem एमपी में कांग्रेस को लग सकता है झटका, पार्टी के फायर ब्रांड विधायक की विधायकी खतरे में

Lok Sabha Election 2024 Congress MLA in Problem भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें दिन-पर दिन बढते जा रही है। पार्टी के कई कद्दावर नेता पार्टी छोड़ रहे हैं तो अब पार्टी के एक तेज तर्रार और फायर ब्रांड एमएलए की विधायकी खतरे में पड़ गई है। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के खिलाफ हाईकोर्ट […]

Lok Sabha Election 2024 Congress MLA in Problem भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें दिन-पर दिन बढते जा रही है। पार्टी के कई कद्दावर नेता पार्टी छोड़ रहे हैं तो अब पार्टी के एक तेज तर्रार और फायर ब्रांड एमएलए की विधायकी खतरे में पड़ गई है। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के खिलाफ हाईकोर्ट में दायर एक याचिका को कोर्ट ने सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है। पूरा मामला विधानसभा चुनाव के समय नामांकन पर्चा भरते समय बैंक लोन की  जानकारी नहीं देने से जुड़ा है। आरिफ मसूद भोपाल मध्य से कांग्रेस के विधायक हैं।

भाजपा के प्रत्याशी रहे  नेता ने लगाए हैं आरोप

बताते चलें कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के निकटतम प्रतिद्वंदी रहे भाजपा के प्रत्याशी ध्रुव  नारायण सिंह ने कोर्ट मं याचिका लगाई थी। भोपाल हाईकोर्ट ने इस पूरे मामले में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद से जवाब मांगा है। कोर्ट ने कांग्रेस विधायक को इसी महीने के 14 तारीख तक का समय दिया है।

विधायक ने 65 लाख के लोन की नहीं दी है जानकारी

मिली जानकारी के अनुसार आरिफ समूद ने निर्वाचन आयोग के पास जो दस्तावेज जमा किए हैं उसमें अपने और अपनी पत्नी द्वारा लिए गए लाखों रूपए के लोन की जानकारी नहीं दी है। बताते चलें कि आरिफ मसूद एवं उनकी पत्नी रुबीना मसूद पर लगभग 65 लाख 38 हजार रूपए से अधिक के लोन हैं जिसकी जानकारी उन्होंने निर्वाचन आयोग को नहीं दी है। विधायक और उनकी पत्नी द्वारा लिए गए लोन में से विधायक की पत्नी  रुबीना मसूद पर 31 लाख 28 हजार रूपए और विधायक आरिफ मसूद पर 34 लाख दस हजार रूपए का लोन है।

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क्या कहते हैं कानून के जानकार

इस पूरे मामले पर कानून के जानकार कहते हैं कि नामांकन पर्चा भरते समय गलत जानकारी देना चुनाव आयोग की अखंडता को प्रभावित करना माना जाएगा और निर्वाचन आयोग इस पर कड़े फैसले ले सकता है। वकीलों का कहना है कि हलफनामें में संपत्ति से जुड़े या अन्य जानकारियों से जुड़े दस्तावेज गलत पाए गए तो निर्वाचन आयोग को चुनाव रद्द कर देने का अधिकार है। ऐसे में देखना होगा कि हाईकोर्ट इस पर क्या फैसले लेती है। क्या आरिफ मसूद की विधायकी जाएगी या वे इस मुश्किल से निकल जाएंगे।

सीएए का विरोध कर चर्चा में आए थे मसूद

गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद हमेशा ही भाजपा पर हमलावर रहते हैं , और कांग्रेस पार्टी के सबसे तेज तर्रार और तीखी टिप्पणी करने वाले नेता के तौर पर इनकी पहचान है। हाल ही में सीएए बिल का जोरदार विरोध कर आरिफ मसूद मध्य प्रदेश में बेहद चर्चा में रहे थे।

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