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Loksabha Election 2024: MP में दूसरे चरण में केवल 60% हुई वोटिंग, 2019 के चुनावों में हुआ था 67 % मतदान, जानें क्या रही वजह

Loksabha Election 2024 भोपाल। मध्य प्रदेश में दूसरे चरण के चुनाव में छह सीटों टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा और होशंगाबाद में मतदान लगभग 60 प्रतिशत रहा। लोकसभा चुनाव 2019 के इन सीटों पर 67.65 प्रतिशत मतदान हुआ था यानी इस लोकसभा चुनाव में यहां 7.65 प्रतिशत कम मतदान हुआ। बता दें कि मध्य प्रदेश […]

Loksabha Election 2024 भोपाल। मध्य प्रदेश में दूसरे चरण के चुनाव में छह सीटों टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा और होशंगाबाद में मतदान लगभग 60 प्रतिशत रहा। लोकसभा चुनाव 2019 के इन सीटों पर 67.65 प्रतिशत मतदान हुआ था यानी इस लोकसभा चुनाव में यहां 7.65 प्रतिशत कम मतदान हुआ। बता दें कि मध्य प्रदेश की 6 लोकसभा सीटों पर मतदान समाप्त हो गया है। दूसरे चरण में पहले चरण के मुकाबले कम मतदान दर्ज किया गया। जहां पहले चरण में 67 फ़ीसदी मतदान हुआ था, वहीं दूसरे चरण में यह घटकर 60% ही रह गया।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि शाम 6 बजे तक 6 लोकसभा सीटों में ओवरऑल 60 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। कई मतदान केंद्रों पर देर शाम तक मतदाताओं की कतार लगी रही। शुक्रवार को दूसरे चरण के मतदान के दौरान टीकमगढ़ में 59.79 %, दमोह 56.68%, खजुराहो 56.44 %, सतना 61.87 %, रीवा 48.67 %, होशंगाबाद में 67.86 फ़ीसदी मतदान हुआ।

होशंगाबाद की पिपरिया में सबसे ज्यादा 73 % मतदान हुआ है। 69.76 फ़ीसदी सिवनी मालवा में मतदान हुआ। अनुपम राजन ने कहा कि रीवा के त्योथर में 47.5 प्रतिशत वोटिंग हुई है। मतदान कम होने पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि यह जनता से पूछना चाहिए कि आखिर मतदान काम क्यों हुआ है…

साल 2019 में 67 फीसदी मतदान इन सीटों पर हुआ था। जिन इलाकों में ईवीएम संबंधी शिकायत आई उन्हें फौरन ही सुधार कराया है,जहां पर मशीन संबंधी दिक्कत आई वहां फौरन मशीन को बदला गया। अनुपन राजन ने बूथ कैपचरिंग और घटनाओं के होने से इंकार किया है।

होशंगाबाद लोकसभा : इस लोकसभा के अंर्तगत 8 विधानसभा आतीं हैं जिसमें सबसे अधिक मतदान पिपरिया में हुआ है। 73 प्रतिशत तो सिवनी मालवा में करीब 70 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस लोकसभा में सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है जो कि 68 फीसदी रही। यहां से 2019 में सांसद रहे राव उदय प्रताप ने 5 लाख 53 हजार से ज्यादा वोटों से जीतकर रिकॉर्ड बनाया था। यहां पिपरिया में जो बंपर वोट डले हैं। उसकी वजह ये भी है कि बीजेपी प्रत्याशी इसी पिपरिया तहसील के गांव से आते हैं ।

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सतना सीट : यहां से चार बार के सांसद गणेश सिंह चुनाव जीते हैं लेकिन वे सतना से विधानसभा चुनाव हार गए थे। इन्हें फिर बीजेपी ने मैदान में उतारा। यहां से कांग्रेस ने सिद्धार्थ कुशवाहा को उतारा है जिन्होंने गणेश सिंह को विधानसभा मे हराया था। हालांकि BSP से नारायण त्रिपाठी भी मैदान में उतरे हैं। इसके चलते यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।

टीकमगढ़ : ये सीट बीजेपी लगातार जीतती आ रही है। यहां से केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक उतरे हैं जो कि सात बार के सांसद हैं । कांग्रेस ने नए चेहरे पंकज अहिरवार को मैदान में उतारा है। ये एससी आरक्षित सीट है।

खजुराहो : यहां से बीजेपी ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को उतारा है। कांग्रेस ने अपनी सीट समाजवादी पार्टी को दे दी थी लेकिन समाजवादी पार्टी के कैंडिडेट का नामांकन फॉर्म निरस्त हो गया। इसके चलते अब कांग्रेस ने फॉरवर्ड ब्लॉक के आरबी प्रजापति को उतारा है । इंडिया गठबंधन की तरफ से इन्हें उतारा गया है।

सबसे कम मतदान रीवा में 48.67 : सबसे कम मतदान रीवा लोकसभा सीट पर हुआ। यहां कम वोटिंग की वजह शादी और मजदूरों को फसल कटाई के लिए बाहर जाना बड़ी माना जा रहा है। यहां त्यौंथर में 44.5 प्रतिशत मतदान हुआ। देवतालाब में 42 फीसदी मतदान हुआ।

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