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Hanuman Janmotsav 2024: चमत्कारों का गढ़ बुरहानपुर रोकड़िया हनुमान मंदिर, जानें पुजारी ने क्या बताया

Hanuman Janmotsav 2024: भोपाल। मध्य प्रदेश बुरहानपुर के उखड़ गांव स्थित रोकड़िया हनुमान मंदिर में विराजित हनुमान जी की मूर्ति सैकड़ों सालों से तिल-तिल कर बढ़ रही है। इस मूर्ति की अभी वर्तमान में ऊंचाई पांच फीट से ज्यादा हो गई है। हनुमान जी का जन्मोत्सव मंगलवार को हर गांव और शहर में जगह-जगह मनाया जा […]

Hanuman Janmotsav 2024: भोपाल। मध्य प्रदेश बुरहानपुर के उखड़ गांव स्थित रोकड़िया हनुमान मंदिर में विराजित हनुमान जी की मूर्ति सैकड़ों सालों से तिल-तिल कर बढ़ रही है। इस मूर्ति की अभी वर्तमान में ऊंचाई पांच फीट से ज्यादा हो गई है। हनुमान जी का जन्मोत्सव मंगलवार को हर गांव और शहर में जगह-जगह मनाया जा रहा है। इसकी तैयारियां मंदिर समितियों ने पहले से शुरू कर दी थी।

बढ़ रहा बराबर मूर्ति का आकार

मंदिर के पुजारी संदीप शुक्ला ने बताया यहां स्थापित हनुमान जी की मूर्ति (Hanuman Janmotsav 2024) करीब पांच सौ साल पुरानी है, साल 1962 में यह मूर्ति करीब तीन फीट की और साल 1980 में साढ़े तीन फीट के आसपास थी, जैसे-जैसे मूर्ति बढ़ती गई, मंदिर का विस्तार होता गया, पहले छोटे से मंदिर में मूर्ति विराजित थी, अब यहां पर्यटन विभाग और जन सहयोग से बड़ा परिसर और धर्मशाला बन चुका है।

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शनिवार-मंगलवार को भीड

वहां के भक्तों के दावे अनुसार रोकड़िया हनुमान जी धन की कमी दूर करते हैं। इस वजह से रोकड़िया हनुमान मंदिर में हर शनिवार और मंगलवार को बड़ी संख्या में भक्त पूजन के लिए पहुंचते हैं। इस मंदिर का नाम रोकड़िया हनुमान पड़ने के पीछे भी दिलचस्प कहानी है। यहां आने वाले बुजुर्ग और मंदिर के पुजारी ने बताया कि सैकड़ों साल पहले बैंक नहीं थे, व्यापारी किसी सुरक्षित स्थान पर अपनी मुद्राएं और कीमती वस्तुएं रख देते थे।

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बावड़ी के अंदर एक तलघर

पूर्व में मंदिर से लगी पांव बावड़ी थी, इसे अब ढक दिया गया है, इस बावड़ी के अंदर एक तलघर था, क्षेत्र के व्यापारी व्यापार करने दूसरे देश जाते थे, तो अपना धन उस तल घर में रखकर हनुमान जी को उसकी सुरक्षा का जिम्मा सौंप जाते थे, वे जब लौटते थे तो उनका धन सुरक्षित मिलता था, जिसके चलते इस मंदिर का नाम रोकड़िया हनुमान मंदिर (Hanuman Janmotsav 2024) पड़ गया है।

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